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आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताएँगे Blockchain Technology Kya hai ? (Blockchain Technology In Hindi ) तथा यह टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है ?
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Blockchain Technology Kya Hai ?
Blockchain technology एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो पूरी तरह से Decentalized System पर based है। यहाँ पर Decentalized से तात्पर्य ऐसी System से है जिस पर किसी एक व्यक्ति या कंपनी का control नहीं होता है इसमें किये गए transaction पब्लिक होते है हम इसे एक उदहारण के माध्यम से आसनी से समझ सकते है।
उदहारण : मान लीजिये राम नाम के व्यक्ति को श्याम नाम के व्यक्ति को कुछ पैसे ट्रांसफर करने है अगर वह बैंक के माध्यम से ट्रांसक्शन करता है तब बीच में बैंक middleman का काम करेगी तथा यह ट्रांसक्शन Centalized माना जायेगा। इसके विपरीत अगर राम श्याम को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के माध्यम से पैसे का ट्रांसफर करेगा तो इसमें किसी middlemen की जरूरत नहीं पड़ेगी अर्थात राम के द्वारा किया गया ट्रांसक्शन पूरी तरह से Decentalized होगा।
Blockchain क्यों बनाई गयी ?
ब्लॉकचैन की शुरुआत 1991 में हुई थी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को स्टुअर्ट हबेर (Stuart haber ) और डव्लू स्कॉट (W. Scott) के द्वारा खोजा गया था उस टाइम पर जितनी भी टेक्नोलॉजी थी वह सब centralized टेक्नोलॉजी पर based थी। इस centalized transaction को Decentalized करने के उद्देश्य से 18 साल बाद 2009 में सतोषी नाकामोतो (Satoshi nakamoto ) नाम के व्यक्ति ने बिटकॉइन क्रिप्टोकोर्रेंसी के लिए Blockchain technology का उपयोग किया।
Blockchain कैसे काम करता है ?
ब्लॉकचैन में Block के माध्यम से imformation को स्टोर किये जाता है। इसको हम एक उदहारण से समझ सकते है
मान लीजिए आप किसी एक सोशल सोसाइटी का हिस्सा है जिसमे आप हर महीने कुछ पैसे जमा करते है। और जमा किये गए पैसे का रिकॉर्ड सिर्फ एक व्यक्ति द्वारा रखा जाता है अब आप समझ सकते है इस तरीके के हिसाब किताब में कुछ भी बदलाब किया जा सकता है क्युकि इसका रिकॉर्ड सिर्फ एक व्यक्ति द्वारा रखा जा रहा है।
मान लीजिए अगर यही सब रिकॉर्ड अगर ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के द्वारा रखा जाए तो क्या होगा ? अगर ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के माध्यम सोसाइटी के पैसे जमा किये जायेंगे तब जैसे ही किसी भी सदस्य द्वारा पैसे जमा किये जायेंगे तो उसकी ब्लॉकचैन में डिजिटल एंट्री हो जाएगी और उस transaction से जुडी एंट्री की जानकारी Block के माध्यम से Ledger में save हो जाएगी। तथा इसके बाद हर नयी एंट्री की जानकारी हर एक सदस्य के पास पहुंच जाएगी तथा इन ट्रांसक्शन में कोई भी Change नहीं किया जा सकता है।
FAQ :
Q : ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी सरल शब्दों में क्या है?
Ans : Blockchain technology एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो पूरी तरह से Decentalized System पर based है। यहाँ पर Decentalized से तात्पर्य ऐसी System से है जिस पर किसी एक व्यक्ति या कंपनी का control नहीं होता है इसमें किये गए transaction पब्लिक होते है हम इसे एक उदहारण के माध्यम से आसनी से समझ सकते है। उदहारण : मान लीजिये राम नाम के व्यक्ति को श्याम नाम के व्यक्ति को कुछ पैसे ट्रांसफर करने है अगर वह बैंक के माध्यम से ट्रांसक्शन करता है तब बीच में बैंक middleman का काम करेगी तथा यह ट्रांसक्शन Centalized माना जायेगा। इसके विपरीत अगर राम श्याम को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के माध्यम से पैसे का ट्रांसफर करेगा तो इसमें किसी middlemen की जरूरत नहीं पड़ेगी अर्थात राम के द्वारा किया गया ट्रांसक्शन पूरी तरह से Decentalized होगा।
Q : पहली बार ब्लॉकचैन का उपयोग कब और किसने किया ?
Ans ; पहली बार ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग 2009 में centalized transaction को Decentalized करने के उद्देश्य से सतोषी नाकामोतो (Satoshi nakamoto ) नाम के व्यक्ति ने बिटकॉइन क्रिप्टोकोर्रेंसी के लिए Blockchain technology का उपयोग किया।B में डाटा कहा स्टोर होता है ?
Q : Blockchain में डाटा कहा स्टोर होता है ?
Ans : ब्लॉकचैन में डाटा स्टोर Blocks में होता है।
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निष्कर्ष :
आज आपने जाना की Blockchain Technology Kya hai ? तथा यह किस प्रकार काम करती है।
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